प्यार, इश्क और धोखा.. जानिए पूरी सच्चाई

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प्यार, इश्क और धोखा.. जानिए पूरी सच्चाई

रवि पांडे/वाराणसी: प्यार, इश्क़ और धोखा…मोहब्बत की कहानी का प्रदर्शन दिया और नहीं। अभी इस कहानी में खूनी गेम बाकी था। यह लाइन पूरी तरह से फिल्मी लग रही होगी, लेकिन वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली रीजनल ने अपने पुराने आशिक के प्यार को उसकी मौत के साथ खत्म कर दिया। यही नहीं, इलेक्ट्रानिक्स ने अपनी पुरानी आशिक की मौत की कहानी खुद लिखी थी। मामले का खुलासा वाराणसी पुलिस ने किया है. पुलिस की जांच में पता चला कि आतिशबाजी में पढ़ने वाले ने अपने पुराने प्रेमी दिव्यांश की हत्या को अंजाम देने के लिए अपने प्रेमी का साथ दिया था। इस रिपोर्ट में कैसे पढ़ें?

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दरसल धोखे की ये प्रेम कहानी कानपुर से शुरू हुई जहां क्लास 6 से 9 तक एक्सक्लूसिव और दिव्यांश ने साथ की पढ़ाई की थी। इस बीच दोनों की अंतिम कृतियां और उसके बाद की पढ़ाई दोनों साथ करने लगें। मां-बाप से दूर यह कम उम्र में ही लिव-इन में रहने लगे, लेकिन 12 साल बाद एकांत का प्रवास काशी हिंदू विश्व विद्यालय में हुआ। फिर एक्सेल दिव्यांश से दूर होने लगी। ये अब इस मोहब्ब्त में तीसरी की एंट्री हुई. राहुल को अब एक नया प्यार मिल गया है, लेकिन दिव्यांश की आशिकी पर नाराजगी कर रही थी। इसके बाद अनुष्का, राहुल और उनके एक दोस्त सादाब ने फिल्मी अंदाज में उनका अंतिम संस्कार कर दिया।

जानिए पूरा मामला
काशी जोन के हित में रिटायर गौतम ने बताया कि त्रिया ने इस घटना को पूरी तरह से फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया। दिव्यांश इन दिनों अपने घर फर्रुखाबाद में रहते थे। एक्सट्रेक्स ने उन्हें रास्ते से हटाने का प्लान तैयार करके उन्हें एलॉक किया और उन्हें वाराणसी मीटिंग के लिए बुलाया। दिव्यांश ने वाराणसी के अस्सी घाट पर एक होटल में कमरा लिया, जिसके बाद एक्सक्लूसिव ने उसे होटल के बाहर बुलाया और एक कार से यात्रा की बात कही। कार का ड्राइवर कोई और नहीं बल्कि उकसाने वाला और राहुल का दोस्त सादाब था। जैसे ही दिव्यांश कार में पागल हो गए, एक्सक्लूसिव ने उन्हें शराब पिलाई जिसमें नींद की गोलियाँ मिली थीं। इसे पीने के बाद वो बेहोश हो गया। कार चंदौली जिले के सिंधी जिले के पास के द्वीप, तो दिव्यांश को पता चला। चरमपंथी, लेकिन पीछा कर रहे राहुल कार के पास पहुंच और दिव्यांश को बाहर कर गिट्टी पर सिर पटक और सड़क पर मिले पेचकस से सीने पर वार कर हत्या कर दी गई। त्रिमूर्ति हत्या करने के बाद वहां से नीचे दिए गए हैं, लेकिन दिव्यांश मेरा है कि इस तसल्ली के लिए हत्या की घटना स्थल पर नहीं गए हैं। तब तक दिव्यांश पूरी तरह से दम तोड़ चुका था। अब वापसी में एक्सेल ने दिव्यांश के मोबाइल को बिहार जाने वाली सड़क पर फेंक दिया, ताकि दिव्यांश का मोबाइल बिहार जाने वाली सड़क पर फेंक दिया जाए।

घर का इकलौता चिराग दिव्यांश था
पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक, पूरी घटना मई के आखिरी हफ्ते की है। 25 मई को दिव्यांश बनारस की यात्रा की बात कह कर घर से निकली थी, लेकिन कॉन्स्टेंट मोबाइल बंद होने के नाते परिवार ने 28 मई को वाराणसी के भेलुपर स्टेशन में गमशुदगी की रिपोर्ट लिखी। जब दिव्यांश के एक मित्र ने बताया कि वो एक्सक्लूसिव से मिलने गया था, तो दिव्यांश के पिता ने भव्यता के खिलाफ प्रदर्शन किया और हत्या की आपदा का जोखिम उठाया। इसके बाद पुलिस ने एक्सक्लूसिव से पूछताछ की और एक्सक्लूसिव के मोबाइल पर बातचीत की। करीब एक महीने बाद दिव्यांश की हत्या के राज से पर्दा उठा दिया गया। बता दें कि दिव्यांश आपके घर का इकलौता चिराग था। 23 वर्ष की आयु और प्रतियोगी का होनहार छात्र था। हालांकि मोहब्ब्त ने अपनी जिंदगी को ऐसे ब्लैकआउट में डलवाया कि उन्हें ना सिर्फ धोखा मिला बल्कि उनकी जिंदगी लीला भी खत्म हो गई। पुलिस के मुताबिक, अनुष्का को हटिया का कॉस्ट्यूम बॉलीवुड डिज़ाइनम से मिला था। प्लांट, पुलिस ने प्लांटर लैबोरेटरी को प्लांट में लेकर जेल भेज दिया है।

 

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Author - Er. VIPIN BAGHEL Hi! I`m an authtor of this blog. Read our post - be in trend!

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