केजरीवाल VS राहुल गांधी से बात, किन मुद्दों पर हुई चर्चा

Rate this post

केजरीवाल VS राहुल गांधी से बात, किन मुद्दों पर हुई चर्चा

केजरीवाल VS राहुल गांधी से बात, किन मुद्दों पर हुई चर्चा

ईसा मसीह के एक मत से अधिक राजनीतिक विचारधारा शुक्रवार को अगले दिन शुरू हुई चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के एकजुटता के खिलाफ चुनावी लड़ाई का संकल्प लिया। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने कैथोलिक एकजुटता की पार्टी पर यह सवाल उठाया था कि दिल्ली में केंद्र के गठन पर कांग्रेस के रुख को स्पष्ट करने तक वह किसी भी अधिवेशन में शामिल नहीं होंगी। अब घटनाक्रम में तेजी से बदलाव आया है। आम आदमी पार्टी की ओर से शनिवार को बताया गया कि असमंजस के बीच कांग्रेस के रुख पर केंद्र के रुख के बारे में अरविंद केजरीवाल ने कहा राहुल गांधी साखों को भूलकर एक साथ आगे बढ़ने की बात कही है।

अरविंद केजरीवाल ने (अध्यादेश के मसले पर) सीधे तौर पर राहुल गांधी से बात की। स्ट्रॉबेरी ने कहा कि यदि कोई समृद्धि है तो वे इसे चाय पर स्थापित कर सकते हैं। पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि शुक्रवार को नामांकन की बैठक में सूर्योदय ने कहा कि लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए एक साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। अब जब आयोजित किया गया है, तो कैथोलिक स्टूडियो की अगली बैठक जुलाई में आयोजित की गई है और साझा साइंटिस्ट तय करने के साथ ही राज्यवार रणनीति पर निर्णय लिया गया है। शुद्धिकरण का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने अभी तक तय नहीं किया है कि वह हॉस्टल में रहने वाली ऑर्केस्ट्रा की अगली बैठक में शामिल होगी या नहीं।

उम्मीद है कि 10 या 12 जुलाई को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की सोमनाथ में होने वाली एक और बैठक में सदन की तैयारी की जाएगी। ऑर्थोडॉक्स ने शुक्रवार को पटना में हुई बैठक में 2024 केशॉप में एकजुटता से भाजपा से मुकाबला करने का संकल्प लिया था। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि कांग्रेस का रुख स्पष्ट नहीं होने के कारण गठबंधन में कोई कठिनाई नहीं होगी। नामांकन की बैठक में कई विचारधाराओं ने कांग्रेस से सार्वजनिक रूप से निंदा करने का आग्रह किया था, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था।

आम आदमी पार्टी ने अपने बयान में कहा था कि संविधान की बैठक में ऑर्थोडॉक्स पार्टियों द्वारा निंदा करने का आग्रह किया गया है, फिर भी कांग्रेस ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। इससे उसका असलियत पर संदेह पैदा होता है। आम आदमी पार्टी की ओर से जारी बयान में दावा किया गया कि बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि राहुल गांधी और रैना को दोपहर के भोजन के लिए एकजुट होना चाहिए ताकि सभी साथियों का समाधान हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक के अंत में खड़गे ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने कांग्रेस के बारे में गलत बयान दिया है।

सूत्र ने बताया कि इसके जवाब में अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ बयान दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भंडारों को एक साथ आने की जरूरत है। वहीं राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार के गठन के बारे में एक प्रक्रिया के बारे में चर्चा की गई है। फ्रांसिस्को ने कांग्रेस से अगली बैठक के लिए समय की घोषणा करने की बात कही लेकिन कांग्रेस नेताओं ने कोई जवाब नहीं दिया। सूत्र ने दावा किया कि बैठक के दौरान मौजूद सभी शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस से अलग होकर अपना रुख स्पष्ट करने और चर्चा के लिए एक बैठक तय करने का आग्रह किया था।

आम आदमी पार्टी के सूत्र में यह भी बताया गया है कि स्ट्राइकर ने कहा है कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रही है। यहां तक ​​कि राहुल की नोमा को रद्द किए जाने पर भी स्ट्राइकर ने इसका विरोध किया था। अगर राहुल और कांग्रेस के आम आदमी पार्टी के नेताओं से मुलाकात लेकर उनके वफादार हैं तो एकजुट होने को लेकर संदेह है। हम निरंतर कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठक का समय मांग रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने इससे इंकार कर दिया है। हालाँकि, पोयल ने बताया कि खड़गे का कहना है कि दिल्ली में केंद्र के विपक्ष का विरोध करने के लिए संसद सत्र से पहले कांग्रेस बड़ा निर्णय ले सकती है।

Author - Er. VIPIN BAGHEL Hi! I`m an authtor of this blog. Read our post - be in trend!

Sharing Is Caring:

Leave a Comment

मिथुन चक्रवर्ती के लड़के ने खोली मिथुन की पोल एक ही हॉस्पिटल में 12 नर्स एक साथ प्रेग्नेंट Word Blood Donor Day